उत्तर प्रदेश का गोरखपुर जंक्शन अपने सबसे लम्बे प्लेटफार्म के लिए जाना जाता है. लेकिन अब यह भी छोटा पड़ रहा है. बता दें की गोरखपुर का रेलवे स्टेशन को पिछले लगभग 139 वर्षों से कोई नया काम नहीं हुआ है. कई बार यात्रियों की अचानक भीड़ बढ़ जाने से काफी मुश्किल का सामना करना होता है. इसीलिए भारतीय रेल ने गोरखपुर जंक्शन की काया पलट करने का योजना पर काम करना शुरू कर दिया है.
गोरखपुर जंक्शन जो उत्तर प्रदेश के एक प्रमुख रेलवे अड्डे के रूप में प्रसिद्ध है जिसका पुनर्विकास अब एक नया रूप रंग लेने लगा है. रेलवे के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस जंक्शन के रेनोवेशन के बाद यहाँ से एक लाख 80 हजार यात्रियों को एक साथ सुविधा प्रदान की जा सकेगी. इसके तहत कई नई तरह की सुविधाओं को उपलब्ध कराया जा सकेगा. जैसे साफ़ पिने का पानी, यात्रियों को ठहरने का अच्छा व्यवस्था, मॉडर्न सभी सुविधा.
रेल मंत्रालय द्वारा स्वीकृत बजट के अनुसार, जंक्शन में नए और मोडर्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें हजारों यात्रियों के लिए आरामदायक बजट होटल और रेस्तरां की सुविधा, जंक्शन के यात्री मल्टीप्लेक्स में मूवी का आनंद, और अन्य मनोरंजन सुविधाएं शामिल होंगी।
गोरखपुर रेलवे जंक्शन के सभी छतों पर सोलर पैनल लगाया जायेगा. जितने भी कमर्शियल काम्प्लेक्स है उनका पुनः निर्माण किया जायेगा. सभी कुलियों के लिए आराम गृह बनाया जायेगा. एक प्लेटफार्म से दुसरे पर जाने के लिए फूटओवर ब्रिज की सुविधा दी जाएगी. ब्रिज पर चढ़ने के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर भी लगाये जायेंगे.
इस विकास योजना के लिए रेल मंत्रालय ने 498 करोड़ का फण्ड पास कर दिया है. गोरखपुर जंक्शन के पुनर्विकास का काम काफी तेजी से किया जारहा है.