एक दर्जी के बेटे का सपना है IIM बैंगलोर में पढ़ाई करना। मनन सदरिया ने पहले प्रयास में कैट परीक्षा पास की। उन्होंने 98.7 परसेंटाइल हासिल किया। मनन के पिता रोजकोट में एक सिलाई की दुकान चलाते हैं। सदरिया ईडब्ल्यूएस कोटा में प्रवेश को महत्व देते हैं। उनको IIM बैंगलोर में एडमिशन मिला है। मनन का परिवार ने उन्हें अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया। मनन ने एक एडुटेक कंपनी में नौकरी की। उन्हें एक निजी विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल रहा था। उनके पिताजी रोजकोट में एक सिलाई की दुकान चलाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके परिवार ने बड़े हिस्से ने शिक्षा नहीं प्राप्त की। मनन ने परिवार को सफलता का श्रेय दिया। उन्होंने 2022 में मैनेजमेंट की पढ़ाई करने का फैसला किया।
इसके उद्देश्य थे पेशेवर रूप से अधिक संभावनाएं प्राप्त करना। पारिवारिक आय कम थी, इसलिए मनन ने एक स्टार्टअप से जुड़ गया। उन्हें अहमदाबाद चला गया और वहां एक स्टार्टअप से जुड़ गया। उनके पास सीमित साधनों के बावजूद भी परिवार ने पढ़ाई का समर्थन किया। मनन ने 11वीं और 12वीं में विज्ञान की पढ़ाई की। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया।
उनका परिवार उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। वह अधिकतर उम्र में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित हो गए। मनन को समर्थन और साहस ने आगे बढ़ने का साहस दिया। उन्होंने उच्च शिक्षा में आगे बढ़ने का सपना देखा। मनन का परिवार ने उन्हें प्रेरित किया और सपने को साकार करने में सहायता की। मनन की सफलता की कहानी उनकी मेहनत और परिवार के समर्थन का परिणाम है।