देव रतूड़ी एक छोटे गांव से हैं और उन्होंने चाइना में अपने करियर में महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया। वह होटल में वेटर की नौकरी से लेकर मैनेजर बनने तक कई पदों पर काम किया। वे आज आठ भारतीय रेस्तरां के मालिक हैं और चीन की फिल्म इंडस्ट्री में भी जाने-पहचाने चेहरे हैं। द्वारिका प्रसाद से बने देव रतूड़ी का कहना है कि उनकी कहानी काफी प्रेरणादायक है। वे ने अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की।
उन्होंने कई सीरियल में काम किया और फिर चीन जाकर होटल बिजनेस में प्रवेश किया। वे अपने होटल के माध्यम से कई युवाओं को रोजगार प्रदान करते हैं। देव ने करीब 35 फिल्मों में अभिनय किया है और चीन में प्रसिद्ध हो गए हैं। उनकी कहानी अब चीनी स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल की जा रही है। उनके पिता को उनकी सफलता पर गर्व है और उनकी मां का निधन हो चुका है। देव रतूड़ी की कहानी उत्तराखंड के युवाओं को प्रेरित कर रही है।
उन्होंने अपने जीवन में कई संघर्षों का सामना किया है। उन्होंने धैर्य और मेहनत से अपने सपनों को पूरा किया। उनका प्रशंसकों का समर्थन उन्हें और भी आगे बढ़ने में मदद करता है। देव रतूड़ी ने अपने गांव के युवाओं को रोजगार प्रदान करने में मदद की है। उन्होंने न केवल खुद का बल्कि अपने साथियों का भी भला सोचा है। देव रतूड़ी की सफलता की कहानी उत्तराखंड के गांवों में प्रेरणा और उत्थान का स्रोत बन रही है। उन्होंने अपने सपनों के पीछे लगे रहने के बावजूद हार नहीं मानी। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी साहस और दृढ़ संकल्प दिखाया।
उनकी कहानी साहित्यिक और सिनेमाग्राफी में महत्वपूर्ण अध्ययन के लिए एक श्रेष्ठ उदाहरण है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी योग्यता का परीक्षण किया और सफलता प्राप्त की। उनकी कहानी सामाजिक उत्थान और सामाजिक न्याय के प्रति एक सकारात्मक संदेश भी देती है।