असफलता बार-बार होने का मतलब यह नहीं है कि आप असफल हो गए हैं। ज्योति चौरसिया ने UPPSC 2021 की परीक्षा में 21वीं रैंक हासिल की। ज्योति के पिता हेम चंद चौरसिया एक पान वाले हैं। उनका परिवार उत्तर प्रदेश के गोंडा में रहता है।

ज्योति का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। परिवार ने ज्योति को हमेशा सपोर्ट किया है। ज्योति ने गोंडा से ग्रेजुएशन किया। उन्होंने UPPSC की परीक्षा में पांच बार प्रयास किया। परिवार ने उन्हें हिम्मत दी और साथ दिया। ज्योति के बड़े भाई भी पढ़ाई में होनहार थे।

ज्योति ने अपने सपने को पूरा करने के लिए हार नहीं मानी। उनकी सफलता उनके परिवार के लिए गर्व की बात है। ज्योति को एसडीएम के पद के लिए चुना गया है। उन्हें समर्थन और प्रेरणा मिली है। ज्योति की कहानी हमें हर कठिनाई को पार करने की प्रेरणा देती है।