मेहनत और लगन से भविष्य को बेहतर बनाने का अहम रोल है। कई लोगों ने आर्थिक संकटों के बावजूद सफलता हासिल की है। मनोज मोरे नामक व्यक्ति एक उदाहरण हैं। उन्होंने डेंटल क्लीनिक में काम किया। मनोज आज चाय सुट्टा बार के लीडिंग मैनेजर हैं। उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिनाईयों का सामना किया। मनोज ने उद्यमिता और संघर्ष का सामना किया।

चाय सुट्टा बार के शुरूआती कामगार भी बने। वह अपनी टीम को नेतृत्व करते हैं। उन्होंने 3500 लोगों को ट्रेनिंग दी है। संघर्ष के बाद उन्हें सफलता मिली। मनोज की आज अपनी अपनी गाड़ी और घर है। उनके भाई को फूड डिलीवरी का काम मिला। उन्हें गाड़ियां साफ करने और मरीजों के जूते-चप्पल उठाने का काम मिला।

उनकी मां को ब्लड कैंसर हो गया। मनोज को संघर्षों का सामना करना पड़ा। उनकी मां की मौत के बाद वह अपने गांव वापस चले गए। उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी। मनोज की कहानी से हमें सीख मिलती है कि मेहनत से सफलता हासिल की जा सकती है।