रवींद्र, जैसलमेर का 21 साल का युवक, जिन्होंने अपनी अनूठी प्रतिभा का पेटेंट लिया है। उनका गाँव धोलिया है, जहाँ से वे हैं। रवींद्र ने चार आविष्कारों को पेटेंट करवाकर राजस्थान का नाम गौरवान्वित किया है। पीएम मोदी ने उनकी प्रतिभा की सराहना की है। रवींद्र ने काई से ऑक्सीजन निकालने के लिए एक मशीन बनाई। उनके पिता भी सेना में कार्यरत हैं।
रवींद्र ने स्कूली दिनों में साइंस मॉडल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। उन्होंने पहला आविष्कार दसवीं कक्षा में किया। उन्होंने “ऑटोमेटिक सपोर्ट स्टैंड एन्ड सिस्टम थीरियोफ” का आविष्कार किया। उनका आविष्कार सवार बाइक के लिए है, जिसे स्वचालित बनाता है। उनकी दूसरी उपलब्धि एक हॉर्न जैमर है। यह जैमर वाहनों में संचार को अस्तित्व में नहीं आने देता है। रवींद्र ने अप्रैल 2022 में यह उपलब्धि हासिल की।
मोदी ने भी उनकी दूसरी उपलब्धि की सराहना की। उन्होंने अपने आविष्कार को दिल्ली में प्रदर्शित किया। भारत सरकार ने उन्हें आविष्कारों को बाजार में उतारने के लिए ग्रांट दिया। रवींद्र की तीसरी उपलब्धि भी है, जिसे वह अप्रैल 2022 में हासिल किया। उन्होंने एक हॉर्न जैमर बनाया। इस उपलब्धि के लिए भी मोदी ने उन्हें सराहा। उनकी यह सफलता और प्रतिभा राजस्थान और भारत के लिए गर्व की बात है।