भारतीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) के रिजल्ट को घोषित कर दिया गया है. अचानक कानपूर में एक हेड कांस्टेबल को फ़ोन आता है. फ़ोन पर एक लड़का बोलता है “पापा मै UPSC पास कर गया, मै IAS बन गया पापा”. हेड कांस्टेबल को तुरंत समझ में आ जाता है की फ़ोन किसने किया है. वो फ़ोन उस कांस्टेबल के बेटे विशाल दुबे का था. वो काफी भावुक हो चुके थे. उनके आंख से आंसू निकल आये थे. विकास दुबे UPSC की परीक्षा को पास कर लिया था. उसी का खुशखबरी वो फ़ोन पर अपने पापा को सुना रहा था.
विशाल दुबे एक साधारण परिवार से आते है. उनको इस वर्ष (2023) घोषित हुए UPSC के रिजल्ट में आल इंडिया रैंक 296वां आया है. वो पिछले तीन साल से आगरा में रहकर इस कठिन परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. यह सफर इतना आसान नहीं था. क्योकि विशाल दुबे एक बार बहुत बीमार हो गए थे. उनको चिकन पॉक्स हो गया था. इसके ठीक होने में कई महीने लग गए. उन्होंने इस बीमारी में भी अपनी पढाई जारी रखा. और सफलता पाई.
IAS विशाल दुबे बचपन से ही पढाई-लिखाई में अव्वल थे. उनकी प्रारंभिक शिक्षा बेंगलुरु में हुई थी. 12वीं में वो फर्स्ट क्लास से पास हुए थे, साथ ही BA भी फर्स्ट क्लास से पास हुए थे. अभी वो MA कर रहे है. विशाल दुबे मूलतः फर्रुखाबाद के रहने वाले हैं। उनके पिता संजय दुबे पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं.
विशाल दुबे की इस सफलता ने पुरे उनके परिवार को गर्वित किया है. विशाल दुबे यह भी दिखाता है कि किसी भी सामाजिक और आर्थिक परिस्थिति में भी मेहनत और संघर्ष से सपने साकार किए जा सकते है.