अलवर, राजस्थान के गौरव ने आईएएम परीक्षा पास की और भारतीय सेना में शामिल हुए। उन्होंने भारतीय सेना अकादमी से दो मेडल जीते। गौरव को अकादमी का सर्वश्रेष्ठ कैडेट पुरस्कार मिला। उन्होंने भी गोल्ड मेडल हासिल किया। गौरव ने पहले भी NDA पास किया था।
उनके परिवार में शिक्षा का माहौल नहीं था। गौरव के भाई ने उन्हें सेना की ओर प्रेरित किया। उनके बड़े भाई भी सेना में हैं। गौरव का NDA एग्जाम में प्रथम स्थान हासिल करना बहुत कठिन रहा। चार बार असफलता के बाद भी गौरव ने हार नहीं मानी। गौरव ने अपने प्रयासों से सफलता हासिल की। उनके परिवार में खेती का परंपरागत काम है।
गौरव का भाई भी सेना में नायक हैं। भाई के प्रेरणा से गौरव ने NDA का एग्जाम दिया। गौरव ने पांचवे अटेम्प्ट में एनडीए पास किया। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें सफलता दिलाई। गौरव को सेना में शामिल होने का सपना पूरा हुआ। उनके परिवार के लिए यह एक गर्व का पल है। गौरव ने समय-समय पर अपने माता-पिता का साथ दिया। गौरव की कहानी देश को प्रेरित करती है कि कठिनाइयों का मुकाबला करना महत्वपूर्ण है।