महिला आईएएस अधिकारी की सफलता की कहानी है. यूपीएससी एग्जाम क्लियर करने की इसकी अलग पहचान है. हर साल लाखों उम्मीदवार इस एग्जाम में भाग लेते हैं. चंद्रज्योति की 10वीं की पढ़ाई एपीजे स्कूल से हुई थी. 10वीं में 10 सीजीपीए प्राप्त किया था. 12वीं की पढ़ाई भवन विद्यालय से की गई थी.

12वीं में 95.4 फीसदी नंबर प्राप्त किए थे. सेंट स्टीफंस कॉलेज से हिस्ट्री और राजनीति विज्ञान में ड्यूल डिग्री प्राप्त की. ग्रेजुएशन के बाद 1 वर्ष का ब्रेक लिया. तैयारी की शुरुआत में 6-7 घंटे पढ़ाई की थी. जीके मजबूत करने पर फोकस किया गया था. चंद्रज्योति की उम्र एग्जाम क्लियर करने पर 22 वर्ष थी. 28वीं रैंक प्राप्त की गई थी. किसी कोचिंग के बिना परीक्षा में सफलता प्राप्त की.

स्नातक के बाद 1 साल का ब्रेक लिया और तैयारी शुरू की. करंट अफेयर्स और जीके पर फोकस किया गया था. शुरुआती दिनों में 6-8 घंटे पढ़ाई की गई थी. टेस्ट की भी जमकर प्रैक्टिस की गई थी. पहले ही प्रयास में एग्जाम को क्रैक किया गया था. उम्र में कमी के बावजूद सफलता प्राप्त की गई थी. कोचिंग के बिना तैयारी का महत्व दिखाया गया था. परीक्षा के लिए पुरे मन से तैयारी की गई थी. संघर्षपूर्ण यात्रा की उदाहरण प्रस्तुत किया गया था. अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया गया था. यूपीएससी एग्जाम क्लियर करके समाज में प्रतिष्ठा हासिल की गई थी।