सहल कौशिक ने 2010 में 14 साल की उम्र में आईआईटी-जेईई परीक्षा में सफलता हासिल की। उन्होंने ऑल इंडिया लेवल पर 33वीं रैंक हासिल की थी। सहल ने आईआईटी कानपुर में स्नातक के लिए पांच वर्षीय MSc (फिजिक्स) में प्रवेश लिया। उन्होंने अमेरिका में भी अध्ययन करने का फैसला किया।
सहल के अमेरिका जाने का फैसला महत्वपूर्ण था। उन्होंने न्यूयॉर्क के स्टोनी ब्रुक विश्वविद्यालय में अध्ययन किया। सहल ने गैरमामूली रूप से उच्च अंक प्राप्त किए। उन्होंने अपने शोध के लिए अमेरिका जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त की। सहल कौशिक ने छोटी उम्र में ही बड़ी सफलता प्राप्त की। उन्होंने महज 14 साल की उम्र में इतिहास रचा। सहल ने बचपन में 100 तक के पहाड़े याद किए थे। उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ स्टार वार्स गेम्स भी पसंद की थी। सहल का मां भी उनकी सफलता में अहम भूमिका निभाई हैं। सहल का प्रवास शिक्षा और मेधा के रूप में महत्वपूर्ण है। उनकी सफलता ने दूसरों के लिए प्रेरित किया।