गेनू दास एक प्रेमी इंसान है जो अपनी पत्नी से बेहद प्रेम करते हैं। उनके प्रेम का तरीका अनोखा है – वे अपने प्रेम का इजहार करने के लिए पौधे लगाते हैं। गेनू दास ने दिल्ली के कई इलाकों में लगभग 300 पौधे लगा चुके हैं, और ये सब उनकी पत्नी के प्रेम के इजहार के रूप में हैं।

उनकी पत्नी के लिए जो उनके प्रेम में उत्साहित हैं, उन्हें पौधों की देखभाल में भाग लेने में खुशी मिलती है। गेनू दास अपने पति के प्रेम को दिखाने के लिए अपने लगाए पौधों की देखभाल करते हैं और उन्हें बचाने के लिए कठिनाइयों का सामना करते हैं।

उन्होंने अपनी पत्नी के साथ अपने जीवन की हर कठिनाई का सामना किया है, जैसे कि उनकी पत्नी के बिना दिखना बंद हो गया था, लेकिन उनकी मेहनत और प्रेम ने उन्हें सफलता दिलाई।

गेनू दास की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि प्रेम का इजहार करने के लिए कोई स्पेशल तरीका नहीं होता, बल्कि उसमें आपकी ईमानदारी और मेहनत का होना जरूरी होता है। गेनू दास और उनकी पत्नी की कहानी हमें यह दिखाती है कि प्रेम का असली मतलब सिर्फ शब्दों में नहीं होता, बल्कि उसमें क्रियाओं में होता है।