आईएएस अधिकारी बनने का सपना हर युवा का होता है। यह परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। आज हम एक युवा अधिकारी की कहानी सुनेंगे। आईएएस प्रदीप सिंह ने कोचिंग का सहारा नहीं लिया। उन्होंने अपने ऑफिस के समय का प्रयोग पढ़ाई में किया।

उनकी मेहनत ने वर्ष 2019 में फल दिया। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में पहली रैंक हासिल की। यूपीएससी परीक्षा क्रैक करने के लिए समय प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। उम्मीदवार को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। रिवीजन भी अत्यंत आवश्यक है। प्रदीप सिंह हरियाणा के सोनीपत के निवासी हैं।

उन्होंने सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। वह ग्रेजुएशन के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी की। चार बार यूपीएससी परीक्षा दी, परन्तु सफलता को पाया। आज उनकी कहानी देश के युवाओं को प्रेरित करती है। प्रदीप सिंह ने अपनी मेहनत और संघर्ष के जरिए यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए समय निकाला। सोशल मीडिया का सहारा भी उन्हें व्यापक ज्ञान प्राप्त करने में मदद की।

उनके लिए सफलता पाना आसान नहीं था, लेकिन वह हार नहीं माने। उनकी कहानी युवाओं को यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में प्रेरित करती है। उन्होंने अपनी समय प्रबंधन की कुशलता से अपने लक्ष्य को पूरा किया। प्रदीप सिंह ने अपनी जीवन की हर मुश्किल को उत्साह से स्वीकार किया। उनकी कहानी बताती है कि मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।