AI अर्थार्त आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो महीनों का काम बड़े ही सफाई से मिनटों में कर देता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने तो पूरी दुनिया में क्रांति ला दी है. सभी व्यवसाय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल शुरू हो चूका है. अब तो किसी शहर में विकास करना है तो वो में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिये किया जा सकता है. IIT कानपूर को भी ऐसी ही एक जिम्मेदारी दी गई है.
भारत में शिक्षा मंत्रालय ने विभिन्न क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर प्रोजेक्ट शुरू किए हैं, जैसे एआई फॉर हेल्थ और एग्रीकल्चर कम्युनिकेशन , टूरिज्म इत्यादि। आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ इसके तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शहरों में जन सुविधाओं को सुधारने का काम कर रहे हैं। IIT कानपूर के वरिष्ठ प्रो.प्रोफेसर सच्चिदानंद त्रिपाठी ने कहा की AI की मदद से हम लोगो के मुश्किलों को आसानी से सुलझा सकते है.
पूरा प्रोजेक्ट यह है की देश के 5 बड़े शहरों को चुना गया है. इन शहरों में कानपुर, वाराणसी, चंडीगढ़, बेंगलुरु व मध्य प्रदेश के कुछ शहर शामिल है. IIT कानपूर ने यह जिम्मेदारी मिली है की इन सभी शहर में आम नागरिकों के लिए सभी तरह की मूलभूत सुविधाओं को आसानी से मुहैया कराया जाये. लेकिन ये सभी काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मदद से करनी है.
IIT कानपूर के सभी छात्र इस प्रोजेक्ट में काफी रूचि ले रहे है. इस प्रोजेक्ट उन्ही शहरों को शामिल किया गया है जो पहले से ही स्मार्ट सिटी के श्रेणी में आते है. लेकिन इन शहरों में स्मार्ट जैसा कुछ भी नहीं है. इसीलिए यह प्रोजेक्ट डिजाईन किया गया है. 6 महीने के लिए आईआईटी कानपुर को प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट के लिए चुना गया है। यह नई तकनीक लोगों की जीवनशैली को सुधारने में मदद कर रही है।