मटिल्डा कुल्लू एक आशा वर्कर हैं। वह रोज सुबह 5 बजे उठती हैं। उनका परिवार के लिए दोपहर का भोजन बनाना और मवेशियों को खिलाना होता है। उन्हें लगभग 7.30 बजे साइकिल पर घर से निकलना पड़ता है। मटिल्डा कुल्लू 2021 की फोर्ब्स लिस्ट में शामिल थीं। उनके नाम फोर्ब्स लिस्ट में शामिल थे। यह पहली बार था कि कोई आशा वर्कर सूची में शामिल हुई थी।
उनका वेतन 5,000 रुपये है। मटिल्डा जिस गांव से आती हैं, वहां स्वास्थ्य देखभाल की कमी थी। बीमार पड़ने पर कोई भी डॉक्टर या अस्पताल के पास नहीं जाता था। उन्हें गांव में यह सिखाना था कि अस्पताल में चेक-अप कराना जरूरी है। मटिल्डा को अपने काम के लिए 2006 में नियुक्त किया गया था। उनका मुख्य उद्देश्य परिवार का समर्थन करना था। उनका पति अच्छी शिक्षा के लिए पैसे जुटाने के लिए निरंतर काम करता था। वह 1000 लोगों की देखभाल करती हैं। उनकी देखभाल में ज्यादातर खारिया जनजाति के लोग होते हैं।
मटिल्डा गांव में अस्पताल में चेक-अप करवाने के लिए लोगों को समझाती हैं। उन्हें 200 से अधिक डिलीवरी में सहायता की है। उन्हें अपने काम के लिए सूची में शामिल होने पर उत्साहित किया गया। उनके छोटे से गांव के बारे में लोगों की राय बदल गई। उनको अरुंधति भट्टाचार्य, अपर्णा पुरोहित और अन्य प्रमुख महिलाओं के साथ तुलना की गई। मटिल्डा को अपने काम के लिए 2006 में नियुक्त किया गया था। उनके पति अच्छी शिक्षा के लिए पैसे जुटाने के लिए निरंतर काम करता था। उनकी देखभाल में ज्यादातर खारिया जनजाति के लोग होते हैं। मटिल्डा गांव में अस्पताल में चेक-अप करवाने के लिए लोगों को समझाती हैं।