सफलता उन्हीं को मिलती है जो कभी हार नहीं मानते हैं और अपने सपनों में विश्वास रखते हैं। बहुत कम लोग होते हैं जो सफलता के लिए कोशिश करना नहीं छोड़ते। ड्रीम 11 के फाउंडर और CEO हर्ष जैन ने भी अपने सपनों को पूरा किया। ड्रीम 11 कंपनी की मार्केट वैल्यू 64 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक है। ड्रीम 11 की शुरुआत 2008 में हुई थी, जब हर्ष और भावित ने इसके आइडिया पर काम किया।

इसके बाद कंपनी ने कई मुश्किलों का सामना किया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। साल 2012 के बाद उन्होंने करीब डेढ़ सौ वेंचर कैपिटलिस्ट से संपर्क किया था। हर्ष ने कहा कि सभी ने उनके आइडिया को नकार दिया था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
साल 2020 में आईपीएल की स्पांसरशिप मिलने के बाद कंपनी को बड़ी सफलता मिली। भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी की स्पांसरशिप भी ड्रीम 11 के पास है। हर्ष जैन का जन्म महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था।

उनके पिता आनंद जैन, Jai Corp Ltd. के चेयरमैन हैं। हर्ष की स्कूली शिक्षा मुंबई में हुई, उसके बाद उन्होंने अमेरिका में अध्ययन किया। हर्ष ने पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की और कोलंबिया बिज़नेस स्कूल से एमबीए की पढ़ाई की। हर्ष को बचपन से ही खेलकूद में रुचि थी। उन्होंने 150 वेंचर्स के पास अपना आइडिया लेकर गए, लेकिन सभी ने उन्हें खारिज कर दिया। हर्ष का हौसला और भरोसा उन्हें सफलता की ऊँचाइयों तक ले गया।

उनकी कंपनी की सफलता का सबसे बड़ा संकेत है उनकी जानकारी, उनकी उम्र, उनके संघर्ष और उनका संघर्ष। हर्ष और उनके साथी ने अपने आइडिया को संभालकर, निरंतर प्रयास करके उसे सफल बनाया। ड्रीम 11 कंपनी का मार्केट वैल्यू वर्षों में तेजी से बढ़ता रहा है। हर्ष जैन और उनके साथी ने आईपीएल के स्पांसरशिप के साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी की स्पांसरशिप भी प्राप्त की। इस सफलता के पीछे उनकी मेहनत, उनका विश्वास और निरंतर प्रयास है।

हर्ष की जिद और उनका संघर्ष उन्हें उनके लक्ष्य की ओर बढ़ते रहने में मदद करता है। ड्रीम 11 कंपनी को बनाने वाले हर्ष और उनके साथी की कहानी आज लोगों को प्रेरित कर रही है। उनकी कहानी दिखाती है कि सफलता के लिए हार नहीं मानना, सपनों में विश्वास रखना और मेहनत से नहीं रुकना चाहिए।