भारत का हरियाणा और राजस्थान राज्य हमेशा के खेल में अव्वल रहा है. यहाँ के खिलाडी जी-जान से मेहनत करते है और देश के लिए गोल्ड मैडल जीतते है. ऐसा ही एक वाक्य सामने आया है जिसमे बाड़मेर के एक खिलाडी ने अपने घर से दूर गोल्ड मैडल जीता है. हालाँकि ये कोई नेशनल लेवल की प्रतियोगिता नहीं थी फिर भी इस खिलाडी के लिए , इसके घर के लिए और इनके जिला बाड़मेर के लिए एक गर्व का क्षण है.
बता दें की राजस्थान के बाड़मेर जिला का मोहित कुमारने अपनी जमीन से हजारों किलोमीटर दूर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है. मोहित कुमार कहते है की वो इसके लिए मोहित कुमार ने 10-10 घंटे मैदान में प्रैक्टिस किया करते थे.
मोहित कुमार बाड़मेर के छोटे से गांव नागड़दा का रहने वाला है. जब मोहित कुमार पांडिचेरी से गोल्ड मेडल जीतकर लौटा, तो लोग उसके स्वागत के लिए रेलवे स्टेशन पर ही भीड़ उमड़ पड़े। मोहित कुमार के पिता एक किसान है. इस किसान के बेटे की इस सफलता से पूरा बाड़मेर शहर को उस पर गर्व हो रहा है.
आगे जानकारी के लिए बता दें की बाड़मेर के छोटे से गांव के किसान पाबूराम के बेटे है मोहित कुमार. उन्होंने पांडिचेरी में बास्केटबॉल प्रतियोगिता में यह सफलता अपने नाम की है। नागड़दा निवासी मोहित कुमार बाड़मेर जिला मुख्यालय के पीएम श्री स्टेशन रोड बाड़मेर विद्यालय में 12वीं विज्ञान वर्ग में अध्ययनरत हैं और 38वीं यूथ अंडर 17 नेशनल बास्केटबॉल प्रतियोगिता में उसने स्वर्ण पदक जीता है।
मोहित कुमार ने आगे बताया की वह बीते 5 साल से प्रैक्टिस कर रहे हैं। मोहित बताते हैं कि दिन में वह 10-10 घंटे प्रैक्टिस करते हैं और देश के लिए खेलना उनका सपना है। पांडिचेरी में आयोजित हुई 38वीं यूथ अंडर 17 नेशनल बास्केटबॉल में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता है।